शोभित जैन
एक जाये दूजा आ जाये

हैं जी के जंजाल बहुत ॥

मैं कैसे तुझसे प्यार करूँ ??


पेट्रोल संग प्याज रुलाये ,

महंगी हो गयी दाल बहुत ॥

मैं कैसे तुझसे प्यार करूँ ??


चैन के दो पल मयस्सर नहीं

सर पे सवार हैं काल बहुत ॥

मैं कैसे तुझसे प्यार करूँ ??



ऐसा नहीं वैसा होता ,

दिल में हैं सवाल बहुत ॥

मैं कैसे तुझसे प्यार करूँ ??